मंदिर का मुखिया उसकी मां का बेटा है शब्द है मधु अपना पेट थपथपाएं और अपनी पीठ थपथपाएं ऐसा प्यार कौन देगा। जीवन में कितना कष्ट सहा है दस महीने...Read More
जब यह दुनिया कहेगी तो चली जाएगी एक पुकारता है वह माँ है संसार में पुत्र हैं किसी की माँ नहीं है दस महीने की गर्भावस्था के दर्द वही सह सकता ह...Read More
ओह ग्लासी फॉल केले उड़ जाते हैं गिरने का दुख दुख भरा है धरा सुंदर है प्रसन्न मन कहता है, हे श्रीमान, आनंद के सागर के प्रभु में मन आपके साथ र...Read More