"शुभ प्रभात"


 "शुभ प्रभात"

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माता को शान्ति मिले

आज आपके बार में

मैंने आपके चरणों की वंदना की और आपके नाम का गान किया

कविता में खो गया।

सुप्रभात शुभकामनाएं

सबको पता है

प्रातः काल जल्दी उठकर प्रणाम करना

हमारे माता-पिता के पास जाओ।

उनका आशीर्वाद आप पर बना रहे

जीवन में खुशी

जब तक वह रहता है, वह याद करता है

हमें खेद नहीं है।

हम किसके चरण थोड़े हैं

जीवन की गति बदल जाती है

उन्होंने अपने चेहरे पर मुस्कान देखी

मन में शांति होती है।

जिनकी वजह से दुनिया संकट में है

मैंने रास्ता सीखा

किसकी आज्ञा का पालन करें

मैंने समाज में सिर उठाया।

जैक का सिर भविष्य का फल है

आज वही दिन है

उनका प्यार दो शब्दों में है

मुझे दुख होता है, लेवी।

मेरे जीवित भगवान सी के बाद

कोटि हेलो पाडे

माता-पिता से पहले, कभी मत भूलना

भगवान आपका भला करे।

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