मैं आपको शुभ प्रभात की शुभकामना देता हूं
"सुप्रभात" (भविष्यवाणी)
****
मैं आपको शुभ प्रभात की शुभकामना देता हूं
दोस्त बर्ग को दे दो
सबेह जल्दी उठें
माता-पिता की सेवा करें।
आज गुरुवार है
माता लक्ष्मी के बारह
मेरा दिल नारंगी है
अपना काम करो।
भगवान ने एक खूबसूरत दुनिया दी
उसके साथ एक खूबसूरत आदमी
काले और सफेद फिर से साबुन कॉलर
मानव रूप।
सभी पुरुष समान नहीं हैं
हर कोई अलग है
कार गोल चेहरा कार लंबी
जो बंदर प्रतीत हो रहा है।
देखिए कौन है पंखा और कौन है फेरीवाला
बामन कौन करता है?
कौन लंगड़ा है और कौन दयालु है
किसी का कोई पैटर्न नहीं है।
कौन पंगु है और कौन विक्षिप्त है
कौन गूंगा है और कौन बहरा है
जो कोढ़ी या अपंग हो
कोई कार नहीं है, लेकिन हाथ और पैर हैं।
मैंने जो किया है, उसे मैं किसको दूंगा
ईए उनके काम का फल है
राजेंद्र किसी को सीट पर बिठाता है
थाली कौन थामे फिर..
लेकिन भगवान भगवान के बराबर है
वह कम या ज्यादा नहीं करता
वह विश्व का अधिपति है
सृष्टि हमारे लिए है।
लेकिन हम दोस्त नहीं हैं
आँख बंद करके मत देखो
हमारी नजर में सभी बराबर हैं
भगवान परे है?
उसे लंगड़ा होने का दोष नहीं देना चाहिए
न करने में ही मजा है
यह कितना मुश्किल है?
कर्मों का फल पाकर।
बल्कि आप दयालु रहेंगे
ईश्वर को अवश्य ही शांति होगी
मानव जीवन अलग होगा
प्यार और करुणा साझा करना।
********
Post a Comment