अर्धांगिनी


 (())अर्धांगिनी(())

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हरि हर का अंश, विबुधे जाने,

हरि की अर्धांगिनी लक्ष्मी से है।

हर की अर्धांगिनी, अताई पार्वती,

कामदेव अर्धांगिनी, अतांतिये रति..

रघुनाथ अर्धांगिनी, जनक दुलनी,

श्रीकृष्ण की अर्धांगिनी, भीष्मक नंदिनी..

सारा, वह महान सावित्री है,

नारियों में श्रेष्ठ नारी, अनुसूया सती।

त्रिदेव को एक दिन बालक के रूप में रखा गया,

एक वैज्ञानिक एक इंसान है, भालू नहीं।

आधुनिक नारी भी आधी-अधूरी है।

पति ने नहीं उतारा दुकानदार शायद..

तलाक के बाद पिता घर छोड़कर चले गए।

कोई बात नहीं, वह पीछे हट गया।

अच्छाई और बुराई नहीं जानते कि वे क्या चाहते हैं।

वैज्ञानिक बनो, कुबुद्धि से छुटकारा पाओ।

क्या आधे-अधूरे मन से दुनिया में कोई लाभ है?

खुशी दुनिया को छूती है, नैश मायूस है।

पति ईश्वर पति एक, स्त्री का हृदय,

किसी समय, आप जीतेंगे।

पति चरणों में है, सेवा कर रहा है।

कमजोर महक आपको खुश कर देगी।

जीवनसाथी संग पांव मिलाओ,चलती राह,

उससे मत कहो, अन्याय झूठा है।

उससे अपना दिमाग मत हटाओ।

'वह' सभी युगों में सर्वोच्च ईश्वर है।

पतिब्रता नारी एक, साम देवी,

अगले आदमी की परवाह मत करो।

पति ने तृप्त होकर उनके चरणों की वंदना की।

मृत्यु के बाद मिलता है, वैकुण्ठ में निवास करता है..

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